ओ पी झा
ओ पी झा हिंदी एवं अंग्रेजी में कविताएं लिखते हैं। इनकी हिंदी रचनाएं वागर्थ, समकालीन भारतीय साहित्य, साहित्य अमृत, दस्तावेज सहित पचास से अधिक पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हैं। इनकी हिंदी में दो हिंदी कविता संग्रह—दिल्ली में बारिश, और आखिरी युद्ध—प्रकाशित हैं। इनकी अंग्रेजी कविताएं रिग्रस, दि रोम रिव्यू, आलोका, शाट ग्लास, इन पैरेनथेसिस, दि ओडेशा कलेक्टिव, मेंटिस, दि पोएट्री पैसिफिक, दि इंडियन लिटरेचर, दि आइसब्लिंक, दि अंथ्राजाइन सहित लगभग सौ पत्रिकाओं में प्रकाशित हैं। इनकी अंग्रेजी पुस्तक, दि मैनेजमेंट गुरु लार्ड कृष्णा, काफी चर्चित रही है। इन्होंने तीन दर्जन से अधिक पुस्तकों का हिंदी/अंग्रेजी अनुवाद किया है। ओ पी झा अनुवाद अध्ययन में पी-एच. डी. हैं। वर्तमान में ओ पी झा दूरदर्शन केंद्र दिल्ली में सहायक निदेशक के पद पर कार्यरत हैं।
एक्स (ट्विटर) - @OPJha17
अंतर्ज्योति
चुनिंदा फूलों से गूंथी माला की तरह
पसंदीदा आखरों से बुनी कहानी
विसर्जित हो गई
मौन के महासागर में,
ज्योति में लिपटा
एक नि:शब्द महाकाव्य
बेपरवाह तैरने लगा
बिना किसी गंतव्य के,
दूर किनारे पर खड़ा प्रकाश स्तंभ
देख रहा है सब कुछ
टुकुर -टुकुर।